सविता जी हैं सल्ट से, अनुभव हैं महान,पंकज जी का क्या कहूं, कण में डाले प्राण ।आप तीनों का धन्यबाद ठैरा हो महाराज, मनीला का ऐसा सजीव वर्णन करने के लिये। और तीनों महानुभावों को एक-२ कर्मा भी।
सविता जी , थोड़ा सा परिवर्तन कर रहा हूँ नजदीकी रेलवे स्टेशन:- रामनगर है khim