Shailendra Joshi
August 31 at 9:48pm ·
एक पट्टदार शैली पर एक नया प्रयोग इस प्रेम गीत मे आपको उतराखंड सभी लोक नृत्य का जिक्र किया है और सभी लोक नृत्य नायिका के मन मे नाच रहे है
मेरु घर गुदड़या लाटू सच्चु मेरु सौंजडया
त्वै देखी मेरा दिल मा नचण लगगी थडया
खिलगी खिलगी दिल मा फुला
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी चौफला
बैखो कु भीड़ तमासु मेला मा तू यखुला
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी झुमैला
गौकी हैरी भरी नाज सारी
त्वै देखी मेरा मन मा नचण गाण लगगी चांचरी
चमकदू सुना चाँदी
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी तांदी
छोरा तेरी हैसी मुलमुल
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी हारुल
चाँद तारा आगासो
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी रासो
फुल खिली कांडो
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी पण्डो
तू मेरु हीरा मोती
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी छोपती
बारात लेकी ऐजा घोड़ा
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी झोड़ा
जगदु आखंड जोत दिया
त्वै देखी मेरा मन मा नचण लगगी छोलिया...................शैलेन्द्र जोशी